लोगों का रुझान नए विकल्पों में; विज्ञापन से कमाई भी गिर रही
हर दिन, हर सेकंड 1 लाख से ज्यादा वेब सर्च का अचूक जवाब देने वाले गूगल का 20 साल का वर्चस्व क्या खतरे में है? दरअसल, यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि चैटजीपीटी जैसा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित चैटबॉट इंटरनेट के इतिहास का सबसे तेजी से बढ़ने वाला कंज्यूमर एप बन गया। दो महीने में इसके रिकॉर्ड 10 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर्स बने।
इसके जवाब में गूगल ने अपना एआई ‘बार्ड’ आनन-फानन में टेस्टिंग के लिए लॉन्च तो कर दिया, लेकिन उसकी एक तकनीकी खामी सामने आते ही कंपनी के शेयर 8% तक लुढ़क गए और 100 अरब डॉलर का नुकसान हो गया। इधर, माइक्रोसॉफ्ट ने अपने सर्च इंजन ‘बिंग’ में चैटजीपीटी बनाने वाली कंपनी ओपनआई के साथ 10 बिलियन डॉलर यानी करीब 82,550 करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की है।
इंटरनेट की दुनिया में दो दशक तक अपना एकाधिकार जमाने वाले गूगल को अब एक साथ दो चुनौती मिल रही है। पहला- इस नए एआई चैटबोट का मुकाबला कैसे करें और दूसरा- विज्ञापन से होने वाली कमाई को घटने से कैसे रोकें?
3 फैक्टर जिनकी वजह से सर्च इंजन गूगल का एकाधिकार पहली बार ऐसे संकट में
- जवाब पिरोना: चैटजीपीटी एक वाक्य में अगले शब्द की भविष्यवाणी करते हुए काम करता है। ‘भाषा मॉडल’ के आधार पर वह इंटरनेट में मौजूद लाखों ग्रंथों का विश्लेषण करता है। बजाय लिंक देने के हर शैली में सीधा उत्तर दे सकता है। अगर आप चाहें तो कविता, कहानी या नाटक के रूप में भी जवाब हासिल कर सकते हैं।
- टेक्स्ट से डिजाइन: इसका डेल ई टूल इतना उन्नत है कि यह टेक्स्ट से संगीत की रचना कर सकता है। ग्राफिक्स और पेंटिंग भी बनाकर दे सकता है। इसमें आप थ्री-डी इमेज भी आसानी से रच सकते हैं। नई क्लाउड रचना से आप अपने पसंदीदा कवि की रचनाओं को सुरबद्ध और अपनी भाषा में लिपिबद्ध भी कर सकते हैं।
- खोज का तरीका बदला: चैटजीपीटी फीडेड डेटा के अनुसार यूजर के सवालों का जवाब देता है। यह तमाम सर्च के परिणामों का विश्लेषण करता है फिर वांछित जानकारी के रूप में रिजल्ट देता है। चैटजीपीटी से आप अपने मॉड्यूल को फाइन ट्यून कर कमाई का जरिया भी पैदा कर सकते हैं। गूगल के बार्क की अधिक जानकारी नहीं मिली है।
पिचाई बोले-हमारी मुट्ठी अभी बंद
गूगल ने एआई बार्ड की टेस्टिंग की और एंथ्रोपिक में 3,302 करोड़ रुपए का निवेश किया है। सीईओ सुंदर पिचाई का कहना है कि हमारा एआई लैंगवेज फॉर डायलॉग एप्लीकेशन मॉडल लेटेस्ट डेटा पर आधारित है, फीडेड नहीं। चैटजीपीटी 2021 तक के डेटा पर आधारित है। हमारी मुट्ठी अभी बंद है।